मोरिंगा क्या है ?
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मोरिंगा को “ड्रमस्टिक ट्री” या “चमत्कारिक पेड़” भी कहा जाता है। मोरिंगा ओलीफेरा, जिसे हम सहजन के नाम से जानते हैं। मोरिंगा एक ऐसा पौधा है जिसका हर हिस्सा (पत्ता, दाल, जड़, बीज) औषधीय गुणों से भरपूर होता है। सहजन में बीटा कैरोटिन, एमिनो एसिड और कई प्रकार के फिनॉलिक पाए जाते हैं। मोरिंगा की छाल गोंद बनाने के लिए जबकि इसके फूलों का प्रयोग हर्बल टॉनिक के रूप में किया जाता है।मोरिंगा पाउडर, सहजन की सूखी पत्तियों का पाउडर होता है, जिसका डिमांड कुछ समय से सुपरफूड के तौर पर बहुत तेजी से बढ़ा है क्योंकि मोरिंगा कई बीमारियों से छुटकारा पाने में मददगार है । यह का देशज है तथा दक्षिण अशिया एवं दक्षिण-पूर्व एशिया में इसका बहुतायत में उपयोग किया जाता है।
मोरिंगा के फायदे
- उर्जा से भरपूर होता है:-मोरिंगा में मैग्नीशियम और आयरन की भरपूर मात्रा पाई जाती है।
- त्वचा को चमकदार बनाने में:-मोरिंगा के बीज का तेल त्वचा पर लगाने से त्वचा की चमक हमेशा बरकरार रहती है। क्योंकि इसमें विटामिन ए,विटामिन सी और विटामिन ई प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। विटामिन ए त्वचा की सुंदरता को बरकरार रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वटामिन सी पिगमेंटेशन को कम कर त्वचा के रंग में सुधार और मुंहासों की परेशानियों को कम करता है। और विटामिन ई बढ़ते उम्र की झुर्रियों को ठीक करने में मदद करता है।
- बच्चों के लिए:-पोषक तत्वों से भरपूर मोरिंगा गोंड बच्चों के लिए फायदेमंद होता है। बच्चों के फिजिकल और मेंटल को बेहतर बनाने में यह मदद कर सकता है। मोरिंगा में कैल्शियम लोहा मैग्नीशियम फास्फोरस आदि भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. शरीर में कैल्शियम बच्चों की हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाने में सहायक होते हैं। इसमें बच्चो के विकास के लिए आवश्यक सभी तत्त्व पाए जाते है ।
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पाचन बनाए बेहतर:-इसमें 90 तरह के मल्टीविटामिन्स, 45 तरह के एंटी आक्सीडेंट गुण, 35 तरह के दर्द निवारक गुण और 17 तरह के एमिनो एसिड मिलते हैं। जो पाचन को बेहतर बनाने में सहायक है। इसका नियमित रूप से सेवन करने पर आपको कुछ ही दिनों में फायदे नजर आ सकते हैं। आप इसे काढ़े के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। पेचिश, दस्त, कोलाइटिस आदि जैसे पाचन से संबंधित समस्याओं को दूर करने के लिए भी मोरिंगा का उपयोग किया जाता है। एक चम्मच मोरिंगा के पत्तियों के रस को एक चम्मच शहद में, नारियल पानी मिलाकर पीने से पाचन संबंधित तमाम समस्याओं से आपको राहत मिलती है.
- उच्च रक्तचाप में:-जिन व्यक्ति जिन लोगों को उच्च रक्तचाप की समस्या होती है। उन्हें सहजन की पत्तियों का रस निकाल कर इस का काढ़ा बनाकर सेवन करने से राहत मिलती है।ड प्रेशर की समस्या को दूर करने में सफेद मोरिंगा गोंद का इस्तेमाल काफी फायदेमंद साबित हो सकता है।यह हाई ब्लड प्रेशर के दौरान होने वाली घबराहट से राहत दिला सकता है।
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मेनोपॉज में फायदेमंद:-मेनोपॉज के दौरान महिलाओं में चिड़चिड़ापन ज्यादा रहता है। पीरियड्स बंद होने के बाद महिलाओं के शरीर में कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं आने लगती है, जैसे- भूख न लगना, हड्डियों का कमजोर होना, मूड स्विंग की समस्या, प्रतिरक्षा प्रणाली का कमजोर होना, इत्यादि। मोरिंगा पाउडर इन स्वास्थ्य समस्याओं से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकता है।
- शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने में:-पुरुषों में या शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने के साथ साथ उनकी वीर्य को गाढ़ा करने में भी मददगार होता है.
मोरिंगा के नुकसान
- लीवर रोगी को मोरिंगा नहीं खाना चाहिए। मोरिंगा पाउडर या सहजन की पत्तियां लीवन को नुकसान पहुंचाती है।
- यदि आपको हार्ट की कोई समस्या है, या आप हृदय रोगी है तो आपको मोरिंगा की पत्तियों से बने किसी भी चीज का सेवन करने से बचना चाहिए। या डॉक्टर का सलाह लेने के बाद ही सेवन करें।
- लो ब्लड प्रेशर वाले लोगों को मोरिंगा पाउडर के सेवन से बचना चाहिए।
- पीरियड्स के दौरान मोरिंगा का सेवन पित्त को बढ़ाता है. इसलिए इस दौरान इसका सेवन करने से बचें.
- ब्लीडिंग डिसऑर्डर की समस्या है, वो भी इसे ना लें.
- प्रसव के कुछ हफ्ते बाद ही इसका प्रयोग करना चाहिए.